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विपरीत राजयोग और तीन प्रकार |तीन प्रकार के विपरीत राजयोगों में,पहले नम्बर का हर्ष योग।सूर्य का राम..
जो भी कमाया तूने सब चला जायेगा |मान-सम्मान, धन, और पद सब चला जाता है।जब इन ग्रहों का गोचर और महादशा.
जन्म दिन का रहस्य देवता भी नहीं जानते |सूर्य-शनि और राहु की युति अथवा दृष्टि का फल।इस रामबाण उपाय..
शरदपूर्णिमा पर विशेष उपाय | चन्द्र कितना ही खराब हो,एक बार में ही शुभ होगा।धन की बर्षा तो होगी...
नागदौन की जड़ी धन सिद्धि का अचूक उपाय | अकाल मृत्यु से बचाती है, वशीकरण में सर्वोत्तम है। एक बार..
बुरे स्वप्न, टोना-टोटका,भूत-प्रेत,स्वप्नदोष सब नष्ट | मुकद्दमा में 100%जीत,परीक्षा में सफलता वाला...
कुण्डली का तीसरा,छठा,दशवां भाव | राहु-केतु,गुरु-शनि,मंगल-बुध का दृष्टि-युति सम्बन्ध बनेगा,तो रोग-ऋण.
दशम भाव इन्द्र का सिंहासन है,ये ग्रह सिंहासन देंगे। शत्रु आपके गुलाम हो जायंगे, एक बार करके देखो।
अष्टमेश की पाप दृष्टि फ्रीधनयोग, फ्रीप्रापर्टी देती है। कमाल की चीज सर्वब्याधि और ऊपरी बाधा खत्म।
बृहस्पति उच्चराशि का भी नीच का फल देगा | ये चार राशियाँ गुरु के लिए शापित राशियाँ हैं
वास्तु दोष खत्म, दरिद्रता खत्म, क्रोध खत्म। अपने घर में लगायें पाँच पौधे,घर धन से भरा रहेगा।
"भाग्य बली तो सब बली" द्वितीय पार्ट | भाग्येश(नौवें भाव का स्वामी) ही राजा बनाता है नवमेश 10,11,और12